1. स्वतंत्रता के लिए लाखों लोगों ने अपना जीवन बलिदान कर दिया लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों के कारण हमें सही स्वतंत्रता नहीं मिली .
2. मैं इस देश के युवाओं से कहना चाहता हूँ कि यह लड़ाई लोकपाल के साथ ख़तम नही होनी चाहिए . हमें मौजूदा चुनावी सुधारों में मौजूद खामियों को दूर करने के लिए लड़ना है . क्योंकि चुनाव प्रणाली में दोष के कारण 150 अपराधी संसद तक पहुच चुके हैं .
3. कल मेरा रक्त चाप कम था , लेकिन आज यह फिर से नियंत्रण में है क्योंकि देश की ताकत मेरे पीछे है .
4. इस सरकार में एक प्रभावी लोकपाल लाने की इच्छा नहीं है .
5. लोकपाल के बाद , हमें किसानो के अधिकार के लिए लड़ना होगा , एक ऐसा क़ानून लाना होगा जो सुनिश्चित करे कि भूमि अधिग्रहण से पहले ग्राम सभाओं की अनुमति लेना अनिवार्य होगा .
6. वही लूट , वही भ्रष्टाचार , वही उपद्रवता अभी भी मौजूद है .
7. मैं इस देश के लोगों से अनुरोध करता हूँ कि इस क्रांति को जारी रखें . मैं ना हूँ तो भी लोगों को संघर्ष जारी रखना चाहिए .
8. मेरा वज़न साढ़े पांच किलो कम हुआ है , कुछ ज्यादा नही , मैं ठीक हूँ
9. मैं चिंतित हूँ कि कुछ असंवेदनशील लोगों द्वारा शाशित इस देश का क्या होगा . लेकिन हम उन्हें जनशक्ति द्वारा बदल सकते हैं .
10. सरकार का पैसा लोगो का पैसा है . लोगों के भले के लिए प्रभावी नीतियां बनाएं .
11. हम सरकार के साथ काम करने को तैयार हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई संवाद नहीं है .हम बात करने कहाँ जाएं और हम किससे बात करें ?
12. क्या यह लोकतंत्र है ?सभी एक साथ पैसा बनाने आये हैं.मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा अगर मैं अपने समाज , अपने देशवाशियों के लिए मरता हूँ.
13. मेरी मांगें बदलेंगी नहीं . आप मेरा सर काट सकते हैं लेकिन मुझे सर झुकाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते .
14. जो अपने लिए जीते हैं वो मर जाते हैं , जो समाज के लिए मरते हैं वो जिंदा रहते हैं .
15. देश को वास्तविक स्वतंत्रता आज़ादी के 64 साल बाद भी नहीं मिली और केवल एक बदलाव आया गोरों की जगह काले आ गए .
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